गुर्दे और पित्ताशय की पथरी कैसे व्यक्ति के लिए परेशानियां खड़ी करती है। इसके अलावा गुर्दे और पित्ताशय की पथरी में क्या अंतर है और कैसे हम लक्षणों के माध्यम से इसके बारे में सब कुछ जानकर इससे निजात पा सकते है। तो वही इसके बारे में हम आज के आर्टिकल में बात करेंगे, इसलिए आर्टिकल को अंत तक जरूर से पढ़े ;
गुर्दे और पित्ताशय की पथरी में क्या अंतर है ?
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गुर्दे की पथरी कैल्शियम, ऑक्सालेट और यूरिक एसिड जैसे खनिजों के छोटे क्रिस्टल से बना एक ठोस द्रव्यमान है। जबकि पित्त की पथरी में कठोर, कंकड़ जैसे कोलेस्ट्रॉल या वर्णक जमा होते हैं जो पित्ताशय की थैली के अंदर बनते हैं। और तो और ये रेत के दाने जितने छोटे या गोल्फ की गेंद जितने बड़े हो सकते हैं।
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हमारे द्वारा खाए जाने वाले भोजन और पेय पदार्थों से गुर्दे और पित्ताशय दोनों में पथरी बनने की संभावना होती है।
गुर्दे और पित्ताशय की पथरी के बारे में और विस्तार से जानने के लिए यूरोलॉजिस्ट लुधियाना से सम्पर्क करे।
गुर्दे और पित्ताशय की पथरी में क्या नहीं खाना चाहिए ?
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पित्ताशय की पथरी में बात करे तो इसमें आपको डेयरी उत्पादों का सेवन नहीं करना है। जैसे – दूध, पनीर, दही, आइसक्रीम, भारी क्रीम और खट्टी क्रीम से परहेज करना है। तो वही वनस्पति तेल, मूंगफली का तेल, खट्टे फल, कॉफी, टमाटर सॉस आदि खाना बंद कर दें।
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तो वही बात करे गुर्दे के पथरी की तो जब ऑक्जेलिक एसिड वाली सब्जियां (जैसे पालक, टमाटर, अरबी और सूरन) ज्यादा प्रयोग में लाई जाती है तो कैल्शियम ऑक्सलेट वाली पथरी होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए उन खाद्य पदार्थों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए जिनके खाने की वजह से यूरिन यानी पेशाब में ऑक्जेलिक एसिड की मात्रा बढ़ जाए।
गुर्दे की पथरी के लक्षण क्या है ?
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पसलियों के नीचे, पार्श्व और पीठ में गंभीर दर्द का होना।
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पेट के निचले हिस्से में दर्द का होना।
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पेशाब करने से दर्द या जलन का होना।
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गुलाबी, भूरा या लाल मूत्र का होना।
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बदबूदार या दुर्गंधयुक्त पेशाब।
यदि गुर्दे की पथरी के लक्षण ज्यादा गंभीर है तो गुर्दे की पथरी विशेषज्ञ पंजाब का चयन करें।
पित्ताशय की पथरी के लक्षण क्या है ?
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बदहजमी का होना।
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खट्टी डकार का आना।
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उल्टी की समस्या।
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बहुत ज़्यादा पसीना आना।
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पेट फुलाना या एसिडिटी की समस्या
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पेट में भारीपन की समस्या।
गुर्दे और पित्ताशय की पथरी से बचने के लिए क्या खाना चाहिए ?
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पित्त की पथरी से बचने के लिए फलियां, दाल, फल, सब्जियां आदि अधिक ले। – तरल पदार्थ अधिक मात्रा में लें। नियमित योग और व्यायाम करें।
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गुर्दे की पथरी से बचाव के लिए सोडियम का सेवन कम करें, एनिमल प्रोटीन बिल्कुल न खाएं, कैल्शियम का पर्याप्त मात्रा में सेवन करें, भरपूर पानी पिएं।
सुझाव :
यदि आप या आपके करीबियों में कोई गुर्दे और पित्ताशय की समस्या से जूझ रहा है तो आप इस समस्या से निजात पाने के लिए खोसला स्टोन किडनी एन्ड सर्जिकल सेंटर का चयन करे। क्युकि यहाँ के स्टाफ और डॉक्टर्स काफी अच्छे है, अपने मरीजों को लेकर और तो और डॉक्टरों का अनुभव भी काफी सालो का है उनका अपनी फील्ड में।
निष्कर्ष :
गुर्दे और पित्ताशय की पथरी को सामान्य में न ले बल्कि समय रहते किसी अच्छे डॉक्टर का चयन करे और उपरोक्त बातो का खास ध्यान रखें। उम्मीद करते है की आपको आपके द्वारा पूछे गए सभी सवालों का जवाब मिल गया होगा।